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कम्प्यूटर क्या होता है – What is Computer in Hindi

कम्प्यूटर क्या होता है – Computer एक मशीन है जो कुछ तय निर्देशों के अनुसार कार्य को संपादित करता है. और ज्यादा कहें तो Computer एक इलेक्ट्रोनिक डिवाइस है जो इनपुट डिवाइसों की मदद से आँकडों को स्वीकार करता है उन्हें प्रोसेस करता है और उन आँकडों को आउटपुट डिवाइसों की मदद से  सूचना के रूप में प्रदान करता है.

कम्प्यूटर हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है. घरों से लेकर स्कूल/कॉलेज, ऑफिस तक में इसका इस्तेमाल दैनिक कामकाज को निपटाने के लिए रोजाना किया जा रहा है.

आइए अब जानते हैं आखिर यह कम्प्यूटर क्या होता है और यह कैसे हमारे दैनिक जीवन का अहम हिस्सा बनता जा रहा है. साथ में कम्प्यूटर क्षेत्र में करियर के विकल्पों के बारे में भी आपको जानकारी मिलेंगी.

कम्प्यूटर क्या है – What is Computer in Hindi

कम्प्यूटर क्या होता है? इस सवाल का हल जानने के लिए पहले आपको कम्प्यूटर की परिभाषा (Computer Definition in Hindi) को जानना जरूरी है. इस परिभाषा के बाद आप कम्प्यूटर को समझना आसान हो जाएगा.

कम्प्यूटर की परिभाषा:

कम्प्यूटर एक ऐसी मशीन है जो कुछ तय कमांड्स (निर्देश) के अनुसार कार्य को संपादित करता है. और सरल करें तो कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रोनिक उपकरण है जो इनपुट उपकरणों की मदद से आँकड़ों को स्वीकारता है उन्हें प्रोसेस करता है और उन आँकडों को आउटपुट उपकरणों की मदद से  सूचना के रूप में प्रदान करता है.

कम्प्यूटर मशीन की इस परिभाषा से स्पष्ट है कि कम्प्यूटर यूजर द्वारा पहले कुछ निर्देश लेता है जो विभिन्न इनपुट डिवाइसों (जिन डिवाइसों से यूजर कम्प्यूटर को कमांड देता है) की मदद से प्रविष्ट (एंटर) कराए जाते हैं. फिर उन निर्देशों को प्रोसेस किया जाता है, और आखिर में निर्देशों के आधार पर परिणाम देता है. इस परिणाम को आउटपुट डिवाइसों (जिन डिवाइसों से यूजर को कमांड के परिणाम प्राप्त होते हैं) की मदद से प्रदर्शित करता है.

इन निर्देशों (कमांड्स) में कई प्रकार का डेटा शामिल होता है. जैसे; संख्या, वर्णमाला, आंकड़े आदि. इस डेटा के अनुसार ही कम्प्यूटर परिणाम बनाता है. यदि कम्प्यूटर को गलत आंकड़े दिए जाते है तो कम्प्यूटर भी गलत ही परिणाम देता है. मतलब साफ है कि कम्प्यूटर GIGO – Garbage in Garbage Out के नियम पर काम करता है.

क्या कम्प्यूटर की यह परिभाषा सर्वमान्य है?

कम्प्यूटर एक ऐसी मशीन है जो सैंकड़ों हजारों प्रकार के कामों को अकेली निपटाने की क्षमता रखती हैं. इसलिए, ऊपर दी गई परिभाषा कम्प्यूटर का अर्थ समझाने के लिए तो पर्याप्त है लेकिन, विभिन्न पेशों में कार्य करने वाले व्यक्तियों के लिए इस मशीन का नामकरण करने के लिए पर्याप्त नही हैं.

क्योंकि, इस परिभाषा से हम कम्प्यूटर का नामकरण करने के बजाए उसका अर्थ और कार्यप्रणाली को परिभाषित करने में कामयाब हो पाते हैं.

वैसे भी कम्प्यूटर  को शब्दो मे बांधना थोडा सा मुश्किल कार्य हैं. ऐसा इसलिए है कि हर इंसान इसका उपयोग अलग‌-अलग कार्यों के लिए करता है.

मसलन, कम्प्यूटर के बारे में एक आम धारणा भी प्रचलित है कि Computer एक अंग्रेजी शब्द है. कम्प्यूटर का हिंदी में मतलब (Computer Meaning in Hindi) “गणना” होता है. इसका मतलब कम्प्यूटर एक गणकयंत्र (Calculator) है. लेकिन, कम्प्यूटर को एक जोडने वाली मशीन कहना गलत होगा. क्योंकि कम्प्यूटर जोडने के अलावा सैकडों अलग-अलग कार्य करता है.

इसी तरह आप एक लेखक/टाइपिस्ट से पूछोगे कि कम्प्यूटर क्या है? तो वह शायद कहे की कम्प्युटर एक टाइप मशीन हैं. हम एक गेम खेलने वाले बालक से पूछे तो वह शायद कहे कि कम्प्यूटर तो एक गेम मशीन है. कम्प्यूटर ऑपरेटर से पूछोगे तो वह इसे ऑफिस का काम निपटाने वाली मशीन के संदर्भ में परिभाषित करने की कोशिश करेगा.

उपर प्रस्तुत निष्कर्सों के आधार पर अगर हम कहे तो कम्प्यूटर को किसी एक अर्थ में नही बांधा जा सकता है. कम्प्यूटर का मतलब उसके उपयोग के आधार पर हर व्यक्ति के लिए भिन्न है.

कम्प्यूटर का  पूरा नाम – Computer Full Form in Hindi

कम्प्यूटर की वैसे तो कोई Standard Full Form नही है. लेकिन, अलग-अलग व्यक्तियों, पेशेवरों और संस्थाओं द्वारा अपने शोध और अनुभव के आधार पर इसके पूरे नाम को अलग-अलग बताया गया है. आपकी सुविधा के लिए हम नीचे एक लोकप्रिय और बहुप्रचलित कम्प्यूटर की फुल फॉर्म बता रहे हैं.

C – Commonly
O – Operating
M – Machine
P – Particularly
U – Used in
T – Technology
E – Education and
R – Research

अर्थात Commonly Operating Machine Particularly Used in Technology Education and Research.

कम्प्यूटर के सहायक उपकरण – Computer Peripherals Introduction in Hindi

Parts of Computer in Hindi
चित्र: 1 – कम्प्यूटर के सहायक उपकरण

कम्प्यूटर अपना कार्य अकेला नही कर सकता है. यह किसी कार्य को करने के लिए कई तरह के उपकरणों तथा प्रोग्राम्स की सहायता लेता है. Computer के ये उपकरण और प्रोग्राम्स ‘हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर’ के नाम से जाने जाते है. एक आम कम्प्यूटर के पार्ट्स को आप नीचे दिखाई दे रहे चित्र में आसानी से देख सकते हैं.

ऊपर जो कम्प्यूटर और उसके सहायक उपकरण आप देख रहे है इस पूरे सिस्टम को ‘डेस्कटॉप Computer‘ कहते है. वर्तमान समय में इसी प्रकार के कम्प्यूटर अधिक प्रचलित है. आइए अब आपको कम्प्यूटर के इन उपकरणों के बारे में जानकारी देते हैं.

#1 System Unit

सिस्टम युनिट एक बक्सा होता है जिसमें कम्प्यूटर को अपना कार्य करने के लिए आवश्यक यंत्र लगे होते हैं. सिस्टम युनिट को आम भाषा में CPU (Central Processing Unit) भी बोला जाता है. इसमें मदरबोर्ड, प्रोसेसर, हार्ड डिस्क, रैम, एसएमपीएस आदि यंत्र लगे होते है जो कम्प्यूटर को कार्य करने लायक बनाते हैं. इसे Computer Case भी कहते हैं.

#2 Monitor

मॉनिटर एक आउटपुट डिवाइस है जो यूजर यानि हमे दिए गए निर्देशों के परिणामों को दिखाता है. यह बिल्कुल टीवी के जैसा दिखाई देता है. वर्तमान में मॉनिटरों की जगह एल सी डी एवं एल ई डी ने ले ली है.

#3 Keyboard

कीबोर्ड एक इनपुट डिवाइस है जो यूजर्स को कम्प्यूटर को निर्देश देने के लिए सहायता करता है. इसकी मदद से ही वांछित आंकडे एवं निर्देश कम्प्यूटर तक पहुँचाएं जाते हैं. इसमे विभिन्न प्रकार की कुंजिया (keys) होती है.

#4 Mouse

माउस भी एक इनपुट डिवाइस है जो कम्प्यूटर को निर्देश देने के लिए होता है. यूजर्स इसके द्वारा कम्प्यूटर में उपलब्ध प्रोग्राम्स को चुनते हैं और टास्क देते हैं.

#5 Speakers

स्पीकर एक आउटपुट डिवाइस होता है जो यूजर्स को कम्प्यूटर से साउंड परिणाम यानि आवाज को सुनने में मदद करते हैं. इन्ही के द्वारा यूजर्स यानि हमें गानों, फिल्मों, प्रोग्रामों तथा खेलों आदि में उपलब्ध ध्वनी सुनाई देती है.

#6 Printer

प्रिंटर भी एक आउटपुट डिवाइस है जो कम्प्यूटर द्वारा विश्लेषित सूचनाओं को कागज पर प्राप्त करने के लिए होता है. कागज पर प्राप्त होने वाली सूचनाओं को ‘हार्डकॉपी‘ भी कहते है. और इसके उलट जो सूचनाए कम्प्यूटर में ही सेव रहती है उन्हे ‘सॉफ्टकॉपी’ कहा जाता है.

कम्प्यूटर की विशेषताएं – Characteristics of Computer in Hindi

कम्प्यूटर में कुछ खास गुण होने के कारण ही इसने हम इंसानों के अधिकतर कामों पर कब्जा करना शुरु कर दिया है. इन्ही कुछ विशेषताओं के बारे में नीचे बताया जा रहा है.

गति – Speed

  1. कम्प्यूटर बहुत तेज स्पीड से कार्य करता हैं.
  2. यह हजारों-लाखों निर्देशों को केवल एक सेकंड में ही संसाधित कर सकता हैं.
  3. इसकी डाटा संसाधित करने की गति को माइक्रोसेकंड (10–6), नैनोसेकंड (10-9) तथा पिकोसेकंड (10-12) में मापा जाता हैं.
  4. आमतौर पर प्रोसेसर की एक युनिट की गति दसियों लाख निर्देश प्रति सेकंड यानि MIPS (Millions of Instructions Per Second)
  5. इस मशीन का निर्माण ही तीव्र गति से कार्य करने के लिए किया गया हैं.

शुद्धता – Accuracy

  1. कम्प्यूटर GIGO (Garbage in Garbage Out) सिद्धांत पर कार्य करता हैं.
  2. इसके द्वारा दिए गए परिणाम त्रुटिहीन रहते हैं. अगर किसी परिणाम में कोई त्रुटि आती हैं तो वह इंसानी हस्तक्षेप तथा प्रविष्ट निर्देशों के आधार पर होती हैं.
  3. ध्यान रखें कम्प्यूटर उतना ही सही है जितना सही उसे डाटा दिया गया है.
  4. इसके परिणामों की शुद्धता मानव परिणामों की तुलना में बहुत ज्यादा होती हैं.

परिश्रमी – Diligence

  1. कम्प्यूटर 24 घंटे सप्ताह के सातों दिन और साल के 365 दिन लगातार काम कर सकता है.
  2. यह एक थकान मुक्त और मेहनती मशीन हैं.
  3. यह बिना रुके, थके और बोरियत माने बगैर अपना कार्य सुचारु रूप से समान शुद्धता के साथ कर सकता हैं.
  4. यह पहले और आखिरी निर्देश को समान एकाग्रता, ध्यान, मेहनत और शुद्धता से पूरा करता है.

बहुप्रतिभा – Versatility

  1. कम्प्यूटर एक बहु-उद्देश्य मशीन हैं. जो गणना करने के अलावा अन्य विभिन्न उपयोगी कार्य करने में सक्षम होता हैं.
  2. इसके द्वारा हम टाइपिंग, दस्तावेज, रिपोर्ट, ग्राफिक, विडियों, ईमेल आदि सभी जरूरी काम पूरे कर सकते है.

स्वचालित – Automation

  1. यह एक स्वचालित मशीन भी हैं.
  2. यह बहुत सारे कार्यों को बिना इंसानी हस्तक्षेप के पूरा कर सकता हैं.
  3. स्वचालितता इसकी बहुत बडी खूबी हैं.

संप्रेषण – Communication

  1. कम्प्यूटर मशीन अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों से भी बात-चीत कर सकता हैं.
  2. यह नेटवर्क के जरीए अपना डाटा का आदान-प्रदान एक-दूसरे को आसानी से कर सकते हैं.
  3. कम्प्यूटर एक-दूसरे डिवाइसों से संपर्क करने की क्षमता इसे अन्य मशीनों से अलग बनाती है और हम इंसानों के लिए इसे उपयोगी साबित करती है.

भंडारण क्षमता – Storage Capacity

  1. कम्प्यूटर में बहुत विशाल मेमोरी होती हैं.
  2. कम्प्यूटर मेमोरी में उत्पादित परिणाम, प्राप्त निर्देश, डाटा, सूचना अन्य सभी प्रकार के डाटा को विभिन्न रूपों में संचित किया जा सकता हैं.
  3. भंडारन क्षमता के कारण कम्प्यूटर कार्य की दोहराव से बच जाता हैं.

विश्वसनीय – Reliability

  1. यह एक भरोसेमंद और विश्वसनीय मशीन हैं.
  2. इसका जीवन लंबा होता है.
  3. इसके सहायक उपकरणों को आसानी से पलटा और रख-रखाव किया जा सकता हैं.

कम्प्यूटर की सीमाएं – Limitations of Computer in Hindi

अब तक आप जान ही चुके हैं कि कम्प्यूटर एक मशीन है. इसलिए, इसकी कुछ सीमाएं जरूर होंगी. क्योंकि, हम इंसानों की तरह मशीनों की कुछ सीमाएं होती है या क्षमताएं होती हैं जिनके बाहर वे काम ठीक ढंग से नही कर सकती है. इसी तरह कम्प्यूटर की भी कुछ सीमाएं हैं. जिनका जिक्र नीचे किया जा रहा है.

  1. कम्प्यूटर एक मशीन हैं जो कार्य करने के लिए इंसानों पर निर्भर है. जब तक इसमे निर्देश प्रविष्ट नहीं होंगे यह कोई परिणाम उत्पादित नहीं कर सकता है.
  2. इसमें विवेक नहीं होता हैं. यह बुद्धिहीन मशीन हैं. इसमें सोचने-समझने की क्षमता नहीं होती हैं. मगर वर्तमान समय में कृत्रिम मेधा (Artificial Intelligence) और मशीन लर्निंग के द्वारा कम्प्यूटरों को सोचने और तर्क करने योग्य क्षमता विकसित की जा रही हैं. जिसका जीता जागता उदाहरण आप ChatGPT और Bing जैसे टूल्स में देख पाते हैं.
  3. इसे काम करने के लिए साफ-सुथरे वातारण की जरुरत पडती हैं. क्योंकि धूल-भरी जगह पर इसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती हैं. और यह कार्य करना बंद भी कर सकता हैं.

कम्प्यूटर के विभिन्न प्रकार – Difference Types of Computer in Hindi

कम्प्यूटर का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में एक ही तस्वीर बनती है कि मेज पर एक टीवीनुमा डिस्पेल रखी हुई है जिसके बगल में लोहे का बॉक्स जिसमें विभ्न्न तारों के द्वारा कुछ उपकरण जुड़े हुए है.

लेकिन, आप जानकार चौंक जाएंगे कि आपने कैलकुलेटर से जोड़ किया, पेट्रोल पंप से पेट्रोल डलवाया, एटीएम से पैसे निकाले या फिर अपने स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया. यह सभी काम आप एक कम्प्यूटर से ही कर रहे होते हैं.

अगर, तकनीकि भाषा में बात करें तो कम्प्यूटरों को तीन वर्गों में बांटा गया है.

  1. अनुप्रयोग (Applications)
  2. उद्देश्य (Purpose)
  3. आकार(Size)

लेकिन, यहाँ पर ज्यादा गहरा नही जाएंगे और आम जीवन में काम आने वाले विभिन्न प्रकार के कम्प्यूटरों से आपका परिचय कराएंगे.

#1 डेस्कटॉप कम्प्यूटर

डेस्क यानी मेज पर रखे जाने वाले कम्प्यूटर को डेस्कटॉप कम्प्यूटर कहते हैं. इसका कम्प्यूटर का इस्तेमाल सामान्यत: हो रहा है. जिसके द्वारा घर, ऑफिस, स्कूल/कॉलजे, कारखानों, फैक्ट्रियों, कॉल सेंटर्स आदि जगहों पर बहुतायत से होता है.

इस कम्प्यूटर में एक मॉनिटर, कम्प्यूटर केस, कीबोर्ड, माउस आदि कॉमन डिवाइस आपको देखने को मिलते हैं. साथ में आपको स्पीकर, प्रिंटर जैसे कुछ अतिरिक्त डिवाइस भी देखने को मिला जाएंगे.

#2 लैपटॉप कम्प्यूटर

यह कम्प्यूटर सूतकेस नुमा होता है. जिसका एक हिस्सा मॉनिटर होता और दूसरा हिस्से में सहायक उपकरण लगे होते हैं. यह कम्प्यूटर बैटरी से चलता है इसलिए, इसे यूजर कहीं भी ले जाकर अपना काम कर सकता है.

#3 टैबलेट कम्प्यूटर

टैपलेट कम्प्यूटर एक हैंडहेल्ड डिवाइस है जो लैपटॉप से भी ज्यादा पोर्टेबल होता है. यह इनपुट लेने तथा दिखाने के लिए टच-स्क्रीन का उपयोग करते हैं. इनमें अलग से कीबोर्ड, माउस आदि की जरूरत नही रहती है. यह टच-स्क्रीन और सॉफ्टवेयर्स की मदद से ही यूजर्स को नेविगेसन मुहैया कराते हैं. इनका यूजर इंटरफेस बहुत सरल होता है.

#4 सर्वर

कुछ कम्प्यूटरों के नेटवर्क को सर्वर कहते हैं जो किसी नेटवर्क (आमतौर पर इंटरनेट) के माध्यम से कनेक्ट होते हैं. सर्वर आमतौर पर नेटवर्क पर उपलब्ध अन्य कम्प्यूटरों को जानकारी प्रदान करता है. बड़ी-बड़ी कंपनियां और संस्थानों का स्थानीय सर्वर भी होता है.

#5 आधुनिक कम्प्यूटर

a) स्मार्टफोन: स्मार्टफोन भी एक प्रकार का कम्प्यूटर है जो शुरुआती सुपर कम्प्यूटरों से भी कई गुना तेज और विशेषताएं रखता है.

b) स्मार्ट टीवी: आजकल की टीवी जिन्हे आमतौर पर LCD तथा LED भी बोला जाता है. मोबाइल फोंस की भांति इंटरनेट युक्त आती है. जिनमें आप सीधे इंटरनेट से फिल्म अथवा क्रिकेट मैच स्ट्रीम कर सकते हैं. यह सुविधा इन्हे कम्प्यूटर की श्रेणी में रखती है.

c) वेरबल: वेरबल को हिंदी में पहनने योग्य डिवाइस कहा जाता है. आजकल कुछ ऐसे स्मार्ट डिवाइस तैयार हो रहे हैं जिन्हे हम शरीर के कुछ खास हिस्सों में पहन सकते हैं. जैसे; स्मार्टवॉच, फिटनेस ट्रैकर आदि.

d) गेम कंसोल: इस डिवाइस का उपयोग टीवी में वीडीयो गेम खेलने के लिए किया जाता है.